हनुमान जी की आरती PDF डाउनलोड – Hanuman Aarti Lyrics Hindi

आप यहाँ से हनुमान जी की आरती का पीडीएफ मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं। यह आरती भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और इसे हर मंगलवार या शनिवार को गाने से विशेष लाभ मिलता है। हनुमान जी की आरती का यह पीडीएफ डाउनलोड करें और अपने घर में बजरंगबली की भक्ति से वातावरण को पवित्र करें। इस पीडीएफ में दिए गए हिंदी में लिखे हुए आरती के शब्दों से आप आसानी से पाठ कर सकते हैं। हनुमान जी की कृपा पाने के लिए आज ही इस पीडीएफ को डाउनलोड करें और अपने जीवन में शांति व समृद्धि लाएँ।

श्री हनुमान आरती एक भक्ति गीत है, जिसे हनुमान जी की पूजा के दौरान गाया जाता है। आरती शुरू करने से पहले थाली में थोड़े से चावल, सिंदूर, फूल, अगरबत्ती और एक दीपक रखा जाता है। आरती के समय थाली को भगवान हनुमान के सामने दक्षिणावर्त दिशा में घुमाया जाता है।

नीचे श्री हनुमान जी की एक लोकप्रिय आरती दी गई है:

॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥

मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥

वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,
श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥

॥ आरती ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥

अंजनि पुत्र महा बलदाई ।
संतन के प्रभु सदा सहाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

दे वीरा रघुनाथ पठाए ।
लंका जारि सिया सुधि लाये ॥

लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।
जात पवनसुत बार न लाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

लंका जारि असुर संहारे ।
सियाराम जी के काज सँवारे ॥

लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।
लाये संजिवन प्राण उबारे ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ॥

बाईं भुजा असुर दल मारे ।
दाहिने भुजा संतजन तारे ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।
जय जय जय हनुमान उचारें ॥

कंचन थार कपूर लौ छाई ।
आरती करत अंजना माई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥

लंक विध्वंस किये रघुराई ।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

॥ इति संपूर्णंम् ॥

हनुमान जी की आरती PDF डाउनलोड – Hanuman Aarti Lyrics Hindi

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