दोस्तों, भगवान हनुमान जी की भक्ति तो सभी लोग करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि हम अपनी राशि के अनुसार हनुमान जी के मंत्र का जाप करेंगे तो हमें जीवन में विशेष लाभ होगा और हनुमान जी की कृपा भी हम पर बनी रहेगी? ऐसा भी कहा जाता है कि ऐसे लोग जल्दी हनुमान जी को प्रसन्न कर लेते हैं और उनकी मनचाही इच्छाएं पूरी हो जाती हैं।

राशि अनुसार हनुमान मंत्र क्या है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर राशि के लिए एक विशेष हनुमान मंत्र होता है, जिसका जाप करने से उस राशि के जातक को विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। राशि अनुसार हनुमान मंत्र का जाप न केवल मानसिक शांति और समृद्धि देता है, बल्कि यह ग्रहों की अशुभ दशाओं को शांत करने में भी अत्यंत प्रभावी होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति उसके जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति खराब हो, तो यह जीवन में विभिन्न मुसीबतें और कष्ट उत्पन्न कर सकती है।
हनुमान जी को ‘ग्रहपीड़ा नाशक’ भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि उनकी आराधना करने से ग्रहों की अशुभ दशा समाप्त हो सकती है। राशि अनुसार हनुमान मंत्र का जाप करने से संबंधित ग्रहों की शांति होती है और उनके दुष्प्रभाव कम होते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति की राशि मकर है और वह अपनी राशि के अनुसार हनुमान मंत्र का जाप करता है, तो उसके ग्रहों की दशा में जल्द ही सुधार होना शुरू हो जाएगा।
तो आप भी जानिए कि आपकी राशि अनुसार हनुमान मंत्र कौनसा है, जिससे आप भी अपने जीवन में हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
12 राशियों के लिए गुप्त हनुमान मंत्र: जानिए अपनी राशि का शक्तिशाली मंत्र
यहाँ हमने मंत्र के साथ उसके लाभ के बारे में भी बताया है, तो ध्यान से पढ़ें और मंत्रों का उच्चारण सही ढंग से करें।
| राशि | मंत्र | लाभ |
|---|---|---|
| मेष | ॐ अं अंगारकाय नमः | सौभाग्य, मंगल की शुभ दशा, सामर्थ्य |
| वृष | ॐ हं हनुमते नम: | स्थिरता, धन संग्रहण, सुरक्षा |
| मिथुन | सुंदरकांड का पाठ या “अतुलितबलधामं” मंत्र | गुणवत्ता, बुद्धिमत्ता, आत्मसमर्थता |
| कर्क | ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात्। | मानसिक शक्ति, स्थिरता, आत्मनिर्भरता |
| सिंह | ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट | सत्यनिष्ठा, बल, संतुलन |
| कन्या | सुंदरकांड का पाठ या “अतुलितबलधामं” मंत्र | नैतिकता, सुधार, समर्थता |
| तुला | ॐ हं हनुमते नम: | सामंजस्य, सुख, संतुलन |
| वृश्चिक | ॐ अं अंगारकाय नमः | सामर्थ्य, आत्मनिग्रह, स्वास्थ्य |
| धनु | बजरंगबाण का पाठ या “ॐ हं हनुमते नमः” दिव्य मंत्र | उद्दीपन, ज्ञान, धर्मिक सफलता |
| मकर | “ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।” | साहस, कार्यशीलता, समृद्धि |
| कुंभ | “ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।” | आत्मसमर्थता, विशेषज्ञता, सोचने की शक्ति |
| मीन | बजरंगबाण का पाठ या “ॐ हं हनुमते नमः” दिव्य मंत्र | आद्यता, संवेग, आध्यात्मिक समृद्धि |
राशि अनुसार हनुमान मंत्र पढ़ने के फायदे:
राशि अनुसार मंत्र पढ़ने के अनेक लाभ होते हैं, जो व्यक्ति के जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाने में सहायक होते हैं। यहाँ पर राशि अनुसार हनुमान मंत्र पढ़ने के प्रमुख फायदे दिए गए हैं:
- ग्रहों की शांति: ग्रहों की अशुभ दशाएं शांत होती हैं और उनके दुष्प्रभाव कम होते हैं।
- कष्टों का नाश: हनुमान जी की उपासना से जीवन की विपत्तियों और कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।
- सफलता और समृद्धि: नियमित जाप से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और समृद्धि का वास होता है। हनुमान जी की कृपा से सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है और इच्छित फल की प्राप्ति होती है।
- भय और चिंता से मुक्ति: आपके अंदर का डर खत्म होगा और निडर तथा चिंताओं से मुक्त जीवन होगा। आसपास सकारात्मकता बनी रहेगी।
- मनोकामना पूर्ति: आपकी सभी मन की इच्छाएं भगवान हनुमान पूरी करेंगे।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: आपके अंदर आत्मविश्वास बढ़ जाएगा और आपके पास एक अलग ही ऊर्जा होगी, जिससे आप जीवन को और बेहतर बना पाएंगे।
- एकाग्रता में वृद्धि: नियमित जाप से मन को शांति मिलती है, तनाव और चिंता कम होती है और मानसिक स्थिरता प्राप्त होती है।
- रोगों से मुक्ति: हनुमान जी के मंत्रों का जाप करने से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
- भूत-प्रेत और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव: भूत-प्रेत या पिसाच साया हो या फिर नकारात्मक ऊर्जा—ये दोनों आपसे दूर भागेंगे।
- जीवन में सकारात्मकता: जीवन में अच्छे और नए रिश्ते बनते हैं, जिससे आपको एक सकारात्मक जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है।
- शत्रुओं का नाश: हनुमान जी की कृपा से शत्रुओं की बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सुरक्षा का अनुभव होता है।
यह लाभ व्यक्ति को न केवल मानसिक शांति, बल्कि शारीरिक और आत्मिक उन्नति की दिशा में भी मार्गदर्शन करते हैं।
क्या आप जानना चाहते हैं कि आपकी राशि का स्वामी ग्रह कौन सा है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में 12 राशियां होती हैं और प्रत्येक राशि का स्वामी ग्रह अलग-अलग होता है।
| राशि | गुरु ग्रह |
|---|---|
| मेष | बृहस्पति (गुरु) |
| वृषभ | शुक्र |
| मिथुन | बुध |
| कर्क | चंद्र |
| सिंह | सूर्य |
| कन्या | बुध |
| तुला | शुक्र |
| वृश्चिक | मंगल |
| धनु | बृहस्पति (गुरु) |
| मकर | शनि |
| कुंभ | शनि |
| मीन | बृहस्पति (गुरु) |
सारांश:
दोस्तों, भगवान हनुमान जी की भक्ति और उनकी पूजा का महत्व सभी को ज्ञात है। लेकिन यदि हम अपनी राशि के अनुसार हनुमान मंत्र का जाप करें, तो हमें विशेष लाभ मिलते हैं। ये मंत्र ग्रहों की अशुभ स्थितियों को शांत करने, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने, आर्थिक समृद्धि लाने, आत्मविश्वास को बढ़ाने, और जीवन की विभिन्न समस्याओं से मुक्ति दिलाने में सहायक होते हैं। इसलिए, अपनी राशि के अनुसार हनुमान मंत्र का जाप करें और अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बनाएं।







