
भारत में भगवान हनुमान की पूजा का विशेष महत्व है। उन्हें शक्ति, साहस, भक्ति, और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक माना जाता है। उनके भक्त उन्हें अपने जीवन में ऊर्जा और प्रेरणा प्राप्त करने के लिए पूजते हैं। हनुमान जी की मूर्तियाँ पूरे भारत में अनेक स्थानों पर स्थापित हैं, जिनमें से कुछ मूर्तियाँ अपनी विशालता और ऊंचाई के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। इन मूर्तियों का महत्व धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यधिक है। इस लेख में हम भारत में स्थित कुछ प्रमुख हनुमान की सबसे ऊँची मूर्तियों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
101 फुट छत्तरपुर हनुमान मूर्ति – Chhatarpur Hanuman Statue

Chhatarpur Hanuman Statue: दिल्ली का प्रसिद्ध छतरपुर मंदिर न केवल एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और इतिहास का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मंदिर आद्या कात्यायनी के शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध है और यहाँ माँ कात्यायनी की पूजा होती है। साथ ही, इस मंदिर में हनुमान जी की 101 फीट ऊंची विशाल मूर्ति भी स्थापित है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय आकर्षण है।
श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर दिल्ली का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जिसे छतरपुर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर छतरपुर मेट्रो स्टेशन के नजदीक स्थित है, जो श्रद्धालुओं को यहाँ पहुँचने में सहूलत प्रदान करता है। यहाँ स्थित 101 फुट ऊंची हनुमान मूर्ति अपनी विशालता और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है।
108 फीट त्रिवेणी हनुमान मंदिर मूर्ति , फरीदाबाद – Triveni Hanuman Mandir Faridabad

त्रिवेणी हनुमान मंदिर, फरीदाबाद के पाली गांव में स्थित है, और यह दुनिया की सबसे ऊंची हनुमान जी की मूर्ति का घर है। हनुमान जी की यह 108 फीट ऊंची प्रतिमा 9 साल में बनाई गई थी (2010-2019) और इसे श्री मातुराम जी ने आकार दिया। मंदिर में हर मंगलवार और शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ रहती है।
यह मंदिर फरीदाबाद गुरुग्राम हाईवे पर स्थित है, और आप इसे हाईवे से आसानी से देख सकते हैं। पास ही अरावली पहाड़ियों में स्थित कैंप वाइल्ड धौज भी एक आकर्षण है। अगर आप मेट्रो से जाना चाहते हैं, तो निकटतम मेट्रो स्टेशन लखनी अरमान है, जो मंदिर से 6.5 किमी दूर है। आप वहां से ऑटो या बस ले सकते हैं।
108 फुट जाखू हनुमान मूर्ति – Jakhoo Hanuman 108 Feet Statue

Jakhoo Hanuman 108 Feet Statue: जाखू मंदिर शिमला के जाखू पहाड़ी पर स्थित है और हनुमान जी को समर्पित है। यहां 108 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति है, जो 2010 में स्थापित की गई। मंदिर का इतिहास पौराणिक कथा से जुड़ा है, जिसमें हनुमान जी ने संजीवनी बूटी लेने से पहले यहां विश्राम किया था। मंदिर में बंदरों की बड़ी संख्या रहती है, जो इस किवदंती से जुड़ी मानी जाती है।
मंदिर का दर्शन समय:
- सुबह 6:00 बजे से रात 8:00 बजे तक।
- भोग आरती: 12:00 बजे।
- शयन आरती: 5:30 बजे।
- मंदिर बंद: 8:00 बजे।
मुख्य त्योहार: हनुमान जयंती, राम नवमी, दशहरा।
कैसे पहुँचें:
- रोपवे का समय: सुबह 9:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक।
- पैदल, घोड़े, टैक्सी, या रोपवे द्वारा।
- निकटतम रेलवे स्टेशन: कालका (38 किमी दूर)।
108.9 फीट दामनजोड़ी हनुमान प्रतिमा – Damanjodi Hanuman 108.9 Feet Statue

हनुमान जी को भगवान राम के परम भक्त और भगवान शिव के अवतार के रूप में माना जाता है। ओडिशा के कोरापुट जिले के दामनजोड़ी में 108.9 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा स्थित है, जो नाल्को टाउनशिप में है। यह मूर्ति 2017 में अभय अंजनेय मंदिर में स्थापित की गई थी। मूर्ति को अष्टधातु से बनाया गया है और भगवान हनुमान को मुकुट और गदा के साथ सजाया गया है। हनुमान जी की मूर्ति क्रीमी सफेद रंग में रंगी हुई है और यह शहर के किसी भी हिस्से से दिखाई देती है।
दामनजोड़ी हनुमान प्रतिमा भारत की दूसरी सबसे बड़ी हनुमान मूर्ति है, जो 3 मार्च 2017 को पूरी हुई।
यह स्थान दामनजोड़ी रेलवे स्टेशन और विशाखापत्तनम हवाई अड्डे से जुड़ा हुआ है, और राष्ट्रीय राजमार्ग 26 द्वारा अन्य शहरों से जुड़ा है।
108 फुट संकट मोचन धाम – 108 Foot Sankat Mochan Dham

108 फुट संकट मोचन धाम, दिल्ली के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जो अपनी विशाल हनुमान जी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यह मूर्ति दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति मानी जाती है, जिसकी ऊंचाई 108 फुट है। मंदिर का निर्माण ब्रह्मलीन नागाबाबा श्री सेवागिरी जी महाराज ने कराया था और यह झंडेवालान मेट्रो स्टेशन के पास स्थित है, जिससे भक्तों के लिए यहां पहुंचना आसान हो गया है।
मंदिर में तीसरी मंजिल तक विस्तार है, जहां पंचमुखी श्री हनुमान और माँ वैष्णो के पिंडियाँ गुफा में स्थापित हैं। 2006 में, नागाबाबा जी ने ज्वालाजी मंदिर से पवित्र अखण्ड ज्योति लाकर इसे यहां स्थापित किया। हर साल 25 जनवरी को मंदिर में भंडारा आयोजित होता है।
संकट मोचन धाम के पास अन्य प्रमुख धार्मिक स्थल जैसे श्री झूलेलाल मंदिर, बाबा भैरव मंदिर, और श्री झंडेवालान मंदिर भी हैं, जो इस क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र बनाते हैं।
वीरा अभय अंजनेय हनुमान स्वामी 41 मीटर / 135 फुट | विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश

Veer Abhaya Anjaneya Hanuman Swami: विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में स्थित वीरा अभय अंजनेय हनुमान स्वामी की प्रतिमा एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है। यह विशाल प्रतिमा 41 मीटर (135 फुट) ऊंची है और हनुमान जी के अद्वितीय रूप को दर्शाती है। यह प्रतिमा श्रद्धालुओं के बीच विशेष आस्था का केंद्र है और हनुमान जी के प्रति भक्ति को प्रकट करती है। यहां आने वाले भक्तगण इस विशाल मूर्ति के दर्शन कर अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।
यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अपनी विशालता और सुंदरता के कारण पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। यह प्रतिमा विजयवाड़ा शहर के बाहर एक पहाड़ी पर स्थित है, जिससे वहां से शहर और आसपास के दृश्य भी अद्भुत दिखाई देते हैं।
मानव भारती हनुमान मूर्ति 156 फुट – Manav Bharti Hanuman Statue 156 Feet

मानव भारती हनुमान मूर्ति 156 फुट – लाडो गांव, सोलन, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के लाडो गांव में स्थित मानव भारती हनुमान मूर्ति 47 मीटर (156 फुट) ऊंची है, जो समुद्रतल से सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा है। यह मूर्ति भगवान हनुमान के बल, भक्ति और साहस को दर्शाती है। मूर्ति का विशाल आकार दूर से भी नजर आता है, जिससे यह भक्तों और पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती है।
यह स्थल न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि आसपास की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण श्रद्धालुओं को एक दिव्य अनुभव प्रदान करता है। मूर्ति तक पहुंचने के लिए पहाड़ी रास्ते हैं, जो यात्रा को रोमांचक बनाते हैं। लाडो गांव की यह हनुमान मूर्ति धार्मिक आस्था और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है।
पंचमुखी हनुमान मूर्ति 161 फुट – Panchmukhi Hanuman 161 Feet

भारत में भगवान हनुमान के कई रूपों की पूजा होती है, लेकिन जब बात होती है विशाल हनुमान प्रतिमाओं की, तो कुनिगल (कर्नाटका) में स्थित पंचमुखी हनुमान मूर्ति एक खास स्थान रखती है। यह 49 मीटर (161 फुट) ऊंची मूर्ति अपनी विशालता और भव्यता के कारण श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आकर्षण बन चुकी है। यह मूर्ति न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि वास्तुकला और कलात्मकता की एक अद्वितीय मिसाल भी प्रस्तुत करती है।
श्रीकाकुलम आंध्र प्रदेश हनुमान मूर्ति 171 फुट – Shri Kakulam Hanuman Statue 171 Feet

श्रीकाकुलम हनुमान मूर्ति को खासतौर पर उसकी विशालता के कारण पहचाना जाता है। 52 मीटर (171 फीट) ऊँची यह मूर्ति दुनिया की सबसे बड़ी हनुमान मूर्ति के रूप में प्रसिद्ध है। इसकी ऊँचाई से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसे देखने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। मूर्ति के आकार और संरचना में हनुमान जी की शारीरिक शक्ति और भव्यता का अद्भुत चित्रण किया गया है, जो भक्तों के दिलों में असीम श्रद्धा और भक्ति का संचार करता है।







