हनुमानजी का मंत्र जपने का क्या है प्रभाव, परिणाम और महत्व

हनुमानजी के कई प्रकार के मंत्र होते हैं, जैसे वैदिक मंत्र, पौराणिक मंत्र, साबर मंत्र और तांत्रिक मंत्र। इन सभी मंत्रों के जपने का तरीका और इनके प्रभाव अलग-अलग होते हैं। गृहस्थ व्यक्तियों को अपने मूल मंत्र का ही जप करना चाहिए। कहा जाता है कि यदि कर्म अच्छे हों तो मंत्र तुरंत सिद्ध होने लगता है। कम से कम 43 दिनों तक रोज एक माला जपने से यह मंत्र सिद्ध होने लगता है। आइए जानते हैं कि उनके मंत्र का जप करने से क्या प्रभाव पड़ता है।

मूल मंत्र : ॐ हं हनुमते नम:

मंत्र का प्रभाव और परिणाम: उपरोक्त मंत्र को लगातार जपते रहने से जब यह मंत्र सिद्ध होना शुरू हो जाएगा, तो एक दिन आपको यह अनुभव होने लगेगा कि धीरे-धीरे आपके संकट दूर होने लगे हैं। हर पल आपको यह अहसास होगा कि आपकी सहायता करने के लिए कोई आपके पास है। आपकी इच्छाएँ और मनोकामनाएँ पूरी होने लगेंगी। सभी प्रकार की बाधाएँ दूर हो जाएंगी। आप खुद को बंधनों से मुक्त महसूस करेंगे। मन का भय धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा और आप निश्चिंत तथा निर्भीक जीवन की ओर बढ़ेंगे। सफलता के रास्ते में आने वाली सभी रुकावटें दूर हो जाएंगी।

मंत्र जपने का तरीका: सबसे पहले सुबह हनुमानजी के चित्र को एक स्वच्छ पाट पर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। फिर धूप दीप जलाकर भोग अर्पित करें। इसके बाद खुद कुशासन पर बैठकर आंखें बंद करके एक माला यानी 108 बार मंत्र का जप करें। इस मंत्र को दिनभर मन ही मन जपते रहें। जब भी मौका मिले, इस मंत्र का जप करते रहें।

मंत्र जप का महत्व: इस मंत्र के जप से आपके जीवन में किसी भी प्रकार की दुर्घटना या अप्रत्याशित घटना के योग नहीं बनेंगे। आप हर मुसीबत से बचकर निकल जाएंगे। कोई भी शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। यदि आप निर्दोष हैं, तो कोर्ट के मामलों में जीत होगी। हनुमानजी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा, और उनके गण आपकी सहायता के लिए आएंगे।

हनुमानजी के अन्य मंत्रों का प्रभाव:

  1. सुलभ दर्शन के लिए:
    यदि नित्य इस मंत्र का पाठ किया जाए तो हनुमानजी के दर्शन सुलभ होते हैं:
    ‘ॐ हं पवननन्दनाय स्वाहा।’
  2. कठिन कार्यों की सफलता के लिए:
    कठिन कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए यह मंत्र प्रयोग करें:
    ‘दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।’
  3. इच्छापूर्ति के लिए:
    इच्छाएँ और मनोकामनाएँ पूरी करने के लिए यह मंत्र पढ़ें:
    ‘और मनोरथ जो कोई लावै, सोई अमित जीवन फल पावै।’
  4. ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए:
    ऐश्वर्य और धन की प्राप्ति के लिए यह मंत्र जपें:
    ‘अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता, अस बर दीन जानकी माता।’
  5. वाद-विवाद और न्यायालय के मामलों के लिए:
    वाद-विवाद, कोर्ट कचहरी या अन्य न्यायिक मामलों के लिए यह मंत्र प्रभावशाली है:
    ‘ॐ हं हनुमते नम:।’
  6. शत्रु से भय होने पर:
    यदि शत्रु से डर या भय हो, तो यह मंत्र प्रयोग करें:
    ‘ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट्।’
  7. शत्रु बलवान होने पर:
    यदि शत्रु बलवान हो, तो यह मंत्र निश्चित लाभ देता है:
    ‘ॐ नमो हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा।’
  8. असाध्य रोगों के लिए:
    यदि कोई असाध्य रोग हो, तो इस मंत्र का जप करें:
    ‘ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा।’
  9. सर्व सुख-शांति के लिए:
    सुख-शांति और मानसिक शांति के लिए यह मंत्र जपें:
    ‘ॐ नमो भगवते हनुमते नम:।’

इन मंत्रों का जप करने से व्यक्ति के जीवन में हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और समस्याएँ दूर होती हैं।

इन मंत्रों के अलावा इन मंत्रों का जाप भी विशेष तौर पर किया जाता है- 

– ॐ हं हनुमते नम:

– ॐ अं अंगारकाय नमः

– मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥

– अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥

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