हनुमान जी को एक पानी वाला नारियल भेंट करें। हनुमान जी के सामने बैठकर उनके चरणों और गदा की सिंदूर अपने माथे और दोनों भुजाओं पर लगाएं। इसके बाद वहीं बैठकर श्री हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें। पाठ करते समय पीछे मुड़कर न देखें, किसी से बात न करें, और यदि चालीसा याद हो तो आंखें बंद करके ही पाठ करें।

मंगलवार को हनुमान जी की उपासना इस प्रकार करें, तंत्र-मंत्र से मिलेगी मुक्ति, बंद किस्मत खुलेगी
मंगलवार को पवनपुत्र यानी हनुमान जी को रिझाने का विशेष दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि किसी भी दिन हनुमान जी की पूजा की जा सकती है, लेकिन उन्हें विशेष रूप से प्रसन्न करने के लिए मंगलवार को उनकी पूजा अवश्य करनी चाहिए। इस दिन हनुमान जी की उपासना करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और किसी भी प्रकार की मनोकामना अधूरी नहीं रहती।
हनुमान जी को प्रसन्न करने का उपाय
मंगलवार को सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ हो जाएं। हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं, इसलिए पवित्रता का ध्यान रखें। फिर मंदिर जाएं और पीपल के वृक्ष के सामने हाथ जोड़कर ब्रह्मा जी से प्रार्थना करें कि हनुमान जी के पूजन के लिए कृपया इस वृक्ष के पत्ते लेने की अनुमति दें। अब 11 पीपल के पत्ते लें और उन्हें लाल रंग की रोली और जल मिलाकर घोलकर श्रीराम का नाम लिखें। इन 11 पत्तों को जोड़कर एक माला बना लें।
अब इस माला को हनुमान जी को अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहनाएं। माला पहनाने के बाद लड्डू का भोग अर्पित करें और फिर हनुमान जी को दण्डवत प्रणाम करें। भगवान की प्रतिमा को स्पर्श न करें। इस उपाय को एक बार करने से ही भक्तों की इच्छाएं पूरी हो जाती हैं, लेकिन यदि कोई बाधा आए तो इस उपाय को 7 बार करने से निश्चित रूप से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
हनुमान जी श्रीराम के नाम से प्रिय हैं, इसलिए इस उपाय को करने से भगवान हनुमान अपने भक्तों की पुकार सुनते हैं और उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है।







