श्री राम नवमी के अवसर पर श्री राम की आरती का विशेष महत्व है। यह आरती भगवान श्री राम की महिमा का बखान करते हुए भक्तों को उनके चरणों में श्रद्धा और भक्ति में लीन करती है। राम नवमी पर इस आरती का पाठ करने से आत्मिक शांति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

आरती कीजै रामचन्द्र जी की।
हरि हरि दुष्टदलन सीतापति जी की ॥
पहली आरती पुष्पन की माला।
काली नाग नाथ लाए गोपाला ॥
दूसरी आरती देवकी नन्दन।
भक्त उबारन कंस निकन्दन ॥
तीसरी आरती त्रिभुवन मोहे।
रत्न सिंहासन सीता रामजी सोहे ॥
चौथी आरती चहुं युग पूजा।
देव निरंजन स्वामी और न दूजा ॥
पांचवीं आरती राम को भावे।
रामजी का यश नामदेव जी गावें ॥